Monday, 25 December 2017

यही उम्र है, ,,सपनों को सजाने की.....

आपको नहीं लगता कि हम कुछ ज्यादा ही बदले बदले जा रहे हैं । हमारे सोचने- समझने हर काम को करने,  जीने का तरीका बदलता जा रहा हैं । हमारी पीढ़ी की किशोर और  नवयुवा पीढ़ी तनावपूर्ण जीवन जी रही हैं ।
यह उम्र होती है कुछ नया करने की अपने व अपनों के जीवन को खुश मिजाज बनाने की लेकिन पता नहीं हम क्यों प्रकृति के विपरीत जा रहे हैं। इस उम्र में कोई शिक्षा प्राप्ति की दौड़ में घोड़े की तरह दौड़े जा रहा हैं। तनाव और ललाट पर  सिलवटे लेकर और उम्र के सुनहरे पलों को खो रहा  हैं । क्यों ? क्यों ना हम अपना करियर अपनी पसंद के अनुसार चुने जिस काम को करने से दिल मना कर दे, उस काम को ना करें लेकिन दिल को जरूर पूछे कि तो फिर करना क्या हैं ।दिल की आवाज सुन कर तो देखें; सुनकर कितना मजा आता है ।

एक और बात आज का युवा आत्महत्या जैसे कदम उठा रहा
हैं कारण अधूरी 💔"लव स्टोरी''💔 ।  

  क्यों बेताब हो, उसे देखने को जिसकी नजरे हैं कहीं और भीड़ में से उसे देखो जो बेताब आपकी नजरो का।।

 क्यों रावण बनने की कोशिश कर रहे हो।।
 लैला हो तो भीड़ में से किसी मंजनू को खोजों ना।
 रांझा हो तो किसी हीर  को ढूंढो ना।
 लैला होकर रांझा की, मंजनू होकर हीर की चाह क्यों रखते हो।।
 यारो यह उम्र होती है,   कुछ नया करने की  और अपने सपनों को साकार करने की, लेकिन हम तो चेहरे  को सलवटो से भरने में बिता देते हैं ।
यही उम्र होती है जब हम घर से बाहर निकल,  कुछ अच्छा करने की चाह में दुनिया को जानने की कोशिश करते हैं।

 खुशियां तलाशने की कोशिश करते लेकिन सिगरेट , शराब में,,,,, , क्यों ?
खुशियां मिलती है अपनों के प्यार में , दोस्तों के साथ में और किसी अजनबी की याद में।।
 हम क्यों नहीं समझते कि खुशियां नहीं मिलती जो दूसरों के पास हैं , उसे हासिल करके।  अपने मन को मारकर।

 क्यों ना हम कभी अपने से बात करके,  अपने दिल की आवाज सुनकर  खुशी हासिल कर ले ।
क्यों चाहते हैं? उनको हम सफर बनाना।
 जिसका दिल है किसी और का दीवाना।
 अपनी नव जवानी में खुद ढूंढ लाओ ना किसी ऐसे अफसाने को जो ना सलवटे आने दे , ना जवानी जाने दे ।।

दिल से जवाब मांगो ना कि कोई तो ऐसा काम बता जिससे चेहरे पर तनाव लाए बगैर पेट में तनाव लाया जाए । बता दें सिर्फ एक काम।।
 फिर उस काम को कर के देखो तो कितना मज़ा आता है जीने में।।

इसी उम्र वालों के लिए बिन माँगी सलाह ••••••••
Girl friend 👫 & Girlfriend💑 ____
इन दोनों शब्दों में बहुत फर्क होता हैं जिसे हम अक्सर नजरअंदाज करते हैं ।
Girl friend - वह दोस्त , जो महिला है।
Girlfriend - वह महिला , जो आपकी प्रेमिका है।
 बस इसी गलतफहमी के कारण कई लोगों के दिल टूट जाते हैं । आपसे विपरीत लिंगी ने ज्यों ही दोस्ती की , आपने मन ही मन Girl friend  दो शब्दों के मध्य का रिक्त स्थान हटा नया शब्द या कहें कि नया रिश्ता बना दिया । फिर टैटू बनाने के बाद पता चलता हैं कि वो गैप सिर्फ हमारी ओर से मिटा था दूसरी ओर सिर्फ Girl friend ही है। फिर गम झेल सके तो नई खोज या गमों को भूलाने का प्रयास कभी शराब(शराब का सेवन सेहत को नुकसान पहुँचाता हैं ),  कभी सिगरेट🚬(धुम्रपान सेहत के लिए हानिकारक है)। उससे भी ज्यादा तो ब्लेड लेकर, ,,,,,या रस्सी, ,,,,,या कोई ओर तरीका, ,,,,,,,,,,,,यह सही नहीं हैं मेरे भाई / बहन / ,,,,,, सामने वाली के भी कोई ख्वाब होंगे,  उनका भी ख्याल रखो । दुनिया की हर पसंदीदा चीजें हमारे ही लिए नहीं हैं,  कोई ना  कोशिश जारी रखो; नहीं तो खोज तो करनी ही है जिन्दगी को नीरस मत होने दो।
महोतरमाओं आप भी  Girl की जगह Boy रखकर देख लो ।।
मैंने लड़कों का जिक्र इसलिए किया क्योंकि ये थोड़े ज्यादा ही  ,गलतफहमी में रहते हैं ।

तो चलो इस उम्र को खुशनुमा बनाएँ; ; हाँ मै भी।
जिनके यह उम्र बित गई वो भी जिस उम्र में है उसी का मजा उठाएँ क्योंकि हर उम्र का अपना मजा होता हैं ।

कभी समय मिले तो कोशिश करना कि जिनका सुनहरा बचपन मजबूरी की मजदूरी में खो रहा हैं । उन्हें भी थोड़ी सा इस उम्र का आनन्द दे , क्योंकि एक इंसान ही है जो खुशियों को फैला सकता हैं ।
 तो क्यों ना कभी इस हुनर का भी प्रयोग करके देखें ।
वाकई इस हुनर से संतोष,  खुशी नामक धन को बटोरा जा सकता है ।।
 इसी आशा,  इसी विचार,  इसी कोशिश के साथ चलता हूँ , फिर मिलने के लिए ..in next post. .

यूँ तो आप मुझसे किसी भी अच्छे विचार के साथ मिल सकते हो,,,,

                      ।।जय युवा शक्ति ।।
            ।।जय हर उम्र के अच्छे ज़ज्बातो की।।
                                                           * छगन चहेता

No comments:

Post a Comment

डायरी : 2 October 2020

कुछ समय से मुलाकातें टलती रही या टाल दी गई लेकिन कल फोन आया तो यूँ ही मैं निकल गया मिलने। किसी चीज़ को जीने में मजा तब आता है जब उसको पाने ...