Tuesday, 14 August 2018

धर्म:मानव को मानव बनाए रखने की भावना है,,,,

भादरेश गाँव का शिव मन्दिर का दृश्य,,, click by थानेश कुमावत,,,7 अगस्त 2018
धर्म : बचपन से धार्मिकता से ही घिरा रहा । कहानियाँ, किस्से कुछ भी सुने , धर्म से जुड़े ही सुने लेकिन धर्म ने कभी यह नहीं सिखाया कि वो गैर है , वह तुमसे भिन्न है, वह तुम्हारी नफ़रत के लायक है ।
प्रेम, शांति भाईचारा ही सीखा,,, जिस धर्म को भी पढ़ा ।

मेरे परिवार, नाम, रहन-सहन से, तुम मुझे किसी एक धर्म से जोड़ते हो,,, उस धर्म को मानता भी होगा मगर ,,,खुद को धार्मिक भावनाओं में जकड़ने नहीं देता,,,,,धर्म मानव को मानव बनाए रखने की भावना है ।
इन (धर्म) चीजों को कुछ असामाजिक तत्वों की भेंट ना चढ़ने दे ,,,, ये विविधता हमारी पहचान है इसे प्यार के साथ स्वीकार करें,,,, भिन्नता को नफ़रत का कारण ना बनाए ।।।सर्व धर्म जयते ।।।

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